छठ पर टूटी प्रवासी श्रमिकों की उम्मीदें, आरजेडी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, कहा “12 हजार स्पेशल ट्रेनें सिर्फ जुमला
छठ महापर्व की तैयारियों के बीच लाखों प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी की उम्मीदें धूमिल पड़ती नजर आ रही हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से बिहार और झारखंड लौटने वाले यात्रियों को ट्रेनों में कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहे हैं, वहीं स्टेशनों पर भारी भीड़ और अफरा-तफरी का माहौल है।
इस स्थिति पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने केंद्र सरकार को घेरा है।
आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता कैलाश यादव ने कहा कि केंद्र द्वारा 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाने का दावा महज एक “खोखला जुमला” साबित हुआ है।
कैलाश यादव का बयान
“हर साल छठ पर करोड़ों प्रवासी मजदूर घर लौटते हैं, लेकिन इस बार रेलवे की बदइंतजामी ने उनके लिए घर पहुंचना मुश्किल बना दिया है। सरकार ने स्पेशल ट्रेन चलाने का दावा किया, पर हकीकत में यात्रियों को टिकट के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि “मोदी सरकार के दावे और जमीनी हकीकत में जमीन-आसमान का फर्क है। जब त्योहारों के मौके पर भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही, तो विकास की बातें सिर्फ मंचों तक ही सीमित हैं।”
यात्रियों की परेशानियाँ
- रेलवे बुकिंग वेबसाइट और ऐप पर टिकट वेटिंग लिस्ट 300 से अधिक तक जा रही है
- कई प्रमुख रूटों — दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद से आने वाली ट्रेनों में ठसाठस भीड़
- कई यात्रियों को मजबूरी में बसों और निजी वाहनों से सफर करना पड़ रहा है
छठ महापर्व का माहौल
बिहार और झारखंड में छठ पर्व 6 दिनों बाद शुरू होने वाला है। इस बीच हर साल की तरह इस बार भी प्रवासी मजदूरों की घर लौटने की लहर देखी जा रही है, लेकिन रेलवे की सीमित व्यवस्था के कारण उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
