पटना (धर्मेन्द्र प्रताप ) : रीगा चीनी मिल पर किसानों का बकाया है। उसे कई मर्तवा हिदायत दी गई है लेकिन उसने अबतक किसानों के बकाया राशि का भुगतान नहीं किया। वैसी स्थिति में मजबूर होकर सरकार को मिल प्रबंधन के खिलाफ सर्टिफिकेट की कार्रवाई करनी पड़ी। यह बात आज एक निजी भेंट में गन्ना विकास मंत्री खुर्शीद अहमद ने कही।
उन्होंने कहा कि इस मामले में अन्य चीनी मिल का रवैया संतोषप्रद है और वे अपने हिसाब से काम कर रहे हैं।
मंत्री ने बताया कि किसानों के बकाया राशि का जहां तक बात है तो उस मद में 65 -70 प्रतिशत किसानों के बकाये राशि का भुगतान हो चुका है। सरकार का भी दवाब है मिल मालिकों पर कि किसानों के बकाए राशि का ससमय भुगतान किया जाय। मिल मालिकों का रूख भी ठीक है और वे भुगतान भी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि गन्ना को वाणिज्यिक फसल में शामिल कर लिया गया है। गन्ना फसल के विकास पर 1.81 करोड़ खर्च होंगे। इसके तहत गन्ना किसानों को अंतरवर्ती खेती का लाभ मिलेगा। इसके अलावा उन्हें 8 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर प्रशिक्षण राशि भी प्रदान की जायेगी।