अहमदाबाद : गुजरात चुनाव को लेकर आए सभी एक्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में एक बार फिर वापसी दर्शा रहे हैं, लेकिन सभी को इंतजार है 18 दिसंबर को आने वाले नतीजों का। गुजरात के नतीजों का सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी इंतजार हो रहा है। पड़ोसी चीन भी गुजरात के चुनावी नतीजों पर अपने नजरें गड़ाए बैठा है। चीनी कंपनियां चाहती हैं कि गुजरात में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही जीत हो। जिसका कारण है कि अगर बीजेपी जीतती है तो मोदी की रिफॉर्म की प्रक्रिया जारी रहेगी।
दरअसल चीनी कंपनियां गुजरात में काफी समय से निवेश कर रही हैं। बहुत सी चीनी कंपनियों के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट गुजरात में चल रहे हैं। अगर गुजरात में कांग्रेस या किसी और पार्टी की सरकार बनती है, तो ऐसे में इन प्रोजेक्ट्स पर प्रभाव पड़ना लाजिमी है। लेकिन बीजेपी की सरकार अगर फिर गुजरात की सत्ता संभालती है, तो चीनी कंपनियों को कोई परेशानी नहीं होगी। बीजेपी जीतती है, तो मोदी की रिफॉर्म की प्रक्रिया जारी रहेगी।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक, अगर गुजरात में भाजपा को बड़ी जीत मिलती है, तो उनका आर्थिक रिफॉर्म का सिलसिला जारी रह सकता है, जिसका इंतजार ही चीनी कंपनियां कर रही हैं।
चीन की ओर से पिछले काफी समय से भारत में निवेश की मात्रा बढ़ी है। कई चीनी कंपनियों को यह विश्वास है कि भारत के नए और बड़े बाजार के रूप में तैयार हो रहा है। इसके लिए मोदी सरकार को आर्थिक फैसले ले रही है, वह चीनी कंपनियों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।