रांची : देवघर चारा घोटाले मामले में लालू प्रसाद यादव की सजा पर फैसला शुक्रवार को एक बार फिर टल गया है। अब शनिवार दोपहर दो बजे सजा पर फैसला आने की उम्मीद है। सारे दोषियों की सुनवाई के बाद जज शिवपाल सिंह फैसला सुनाएंगे। शनिवार को छह दोषियों की सुनवाई होगी।
शुक्रवार को राजा राम जोशी और महेश प्रसाद की भी सुनवाई पूरी हो गई। इससे पहले लालू यादव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी हुई।
लालू के वकीलों ने कहा कि लालू को जिन धाराओं में दोषी करार दिया गया है, उसमें एक साल की सजा का भी प्रावधान है। ऐसे में उन्हें कम से कम सजा दी जाए। वकील ने कोर्ट के सामने लालू की खराब सेहत की दलील दी।
वकीलों ने कहा कि लालू को किडनी की बीमारी है। वो डायबिटीज के मरीज हैं और उनका दिल का ऑपरेशन भी हो चुका है। लालू के वकीलों ने लालू के लिए कम से कम सजा की मांग की। लालू के वकील की ओर से कहा गया है कि बिरसा मुंडा जेल में कई सारे इन्फेक्शन होने का डर है इसलिए उनके स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें कम सज़ा दी जाए। वकील ने कहा कि जेल में शुद्ध पानी की व्यवस्था नहीं है, इसलिए उनकी किडनी पर भी असर हो सकता है।
इसके अलावा लालू के वकील ने तर्क किया है कि इसमें सह-अभियुक्त जगन्नाथ मिश्रा और अन्य बरी हुए हैं। इस आधार पर भी लालू को कम सज़ा मिले क्योंकि जो सबूत हैं वो सभी सुनी-सुनाई बातों के आधार पर हैं।
लालू के वकील चितरंजन प्रसाद ने बताया कि इस मामले में अगर लालू और अन्य को दोषी ठहराया जाता है तो उन्हें अधिकतम सात साल और न्यूनतम एक साल की कैद की सजा होगी। हालांकि, सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले में गबन की धारा 409 के तहत 10 साल और धारा 467 के तहत आजीवन कारावास की भी सजा हो सकती है। लालू को अगर 3 साल से कम की सजा सुनाई जाती है तो उन्हें तुरंत बेल मिल सकती है जबकि इससे अधिक सजा पर वकीलों के बेल के लिए हाईकोर्ट का रुख करना पड़ेगा।