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चाईबासा से मानव तस्करी कर अवैध तरीके से लुधियाना ले जाए गए 34 बच्चों में 30 लापता

चाईबासा से मानव तस्करी कर अवैध तरीके से लुधियाना ले जाए गए 34 बच्चों में 30 लापता

चाईबासा से मानव तस्करी कर अवैध तरीके से लुधियाना ले जाए गए 34 बच्चों में 30 बच्चे लापता हैं। सभी बच्चों को लुधियाना केफुलनवाल इंदरनगर पखवाल रोड स्थित पैकियम मर्सी क्रास बाल गृह में रखा गया था। उनका धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था और उनसे बाल मजदूरी करवाया जा रहा था। इस पूरे प्रकरण में रविवार (26 अगस्त) को चाईबासा के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह प्राथमिकी सीडब्ल्यूसी चाईबासा की सदस्य ज्योत्सना तिर्की ने दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के बाद चाईबासा के एसपी क्रांति कुमार गड़देशी ने लुधियाना के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर छापेमारी व बच्चों को मुक्त कराने गई चाईबासा पुलिस को सहयोग देने का आग्रह किया है।

दर्ज प्राथमिकी में ज्योत्सना ने बताया है कि पूर्व में सामने बाल तस्करी की इस सूचना के बाद एसपी चाईबासा के आदेश पर एएचटीयू थानेदार दारोगा बनारसी राम के नेतृत्व में एक टीम लुधियाना गई। दारोगा बनारसी राम ने सीडब्ल्यूसी को जानकारी दी कि लुधियाना के सीडब्ल्यूसी सदस्य संजय माहेश्वरी के साथ जब पैकियस मर्सी क्रास होम में सत्यापन किए। वहां पता चला कि उक्तहोम के मालिक सत्येंद्र प्रसाद मोसेस हैं। होम मालिक ने झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के जुनूल लोगा के माध्यम से सभी 34 बच्चों को लुधियाना ले जाया गया था।

जुनूल लोगा चाईबासा के गुदड़ी थाना क्षेत्र के सेरेंगदा का रहने वाला है। जब लुधियाना में हलचल तेज हुई तो उक्त बाल गृह से 30 बच्चों को भगा दिया गया। वहां अब सिर्फ चार बच्चे ही रह गए हैं। सिर्फ चार बच्चे ही रेस्क्यू हुए, जिन्हें दूसरे बाल गृहों में रखा गया है। लुधियाना में ही पढ़ा है बाल तस्कर जुनूल लोगा जुनूल लोगा मर्सी होम क्रिश्चियन हॉस्टल इंदर नगर लुधियाना में पढ़ाई कर मैट्रिक पास किया था। इसीलिए बाहर के बच्चों को वहां पढ़ाई व रोजगार का प्रलोभन देकर उनके माता-पिता को धोखे में रख कर ले गया था। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जुनूल लोगा झारखंड के विभिन्न जिलों में कार्यरत मिशनरी संस्थाओं व चर्च के पादरियों की मिलीभगत से मानव तस्करी कर के बच्चों को अवैध रूप से चाईबासा से लुधियाना ले जाकर अवैध रूप से कार्यरत पैकियम मर्सी क्रास बालगृह में अमानवीय ढंग से रखा। वहां सीडब्ल्यूसी को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई थी।

विशेष शाखा के एडीजी अनुराग गुप्ता ने 17 अगस्त 2018 को सीआइडी के एडीजी अजय कुमार सिंह, कोल्हान के आइजी, कोल्हान के डीआइजी, चाईबासा एसपी आदि को पत्र लिखकर लुधियाना के इस पैरिकम मैरी क्रास बालगृह के बारे में जानकारी दी थी। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने बताया था कि उक्त बाल गृह में 34 बच्चे रह रहे हैं जो काफी कमजोर व डरे-सहमे हुए थे, जिन्हें अपने माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एडीजी अनुराग गुप्ता ने इस मामले में आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्राचार किया था।

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