गुजरात के दाहोद में एक शख्स की मौत के बाद हिंसा भड़क गई है और लोगों ने पुलिस थाने पर हमला बोल दिया। जानकारी के अनुसार दाहोद के गर्बदा तालुका के चिवाकोटा गांव में यह हिंसा तब भड़की जब चोरी के एक आरोपी के भाई को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया और उसके बाद उसकी मौत हो गई।
गुस्साई भीड़ ने पुलिस स्टेशन पर हमला कर एक वाहन को आग के हवाले कर दिया। हिंसा को काबू करने के लिए की गई फायरिंग में एक अन्य शख्स की भी मौत हो गई वहीं दो और घायल हुए हैं। लोगों की मांग है कि युवक की मौत के आरोपी को गिरफ्तार किया जाए।
इसी मांग के साथ भीड़ ने थाने पर पथराव करने के अलावा वाहनों में आग लगा दी। भीड़ हो भगाने के लिए की गई फायरिंग में एक किसान की मौत हो गई जिससे हिंसा और ज्यादा भड़क गई।
पंचमहल रेंज के आईजी ब्रजेश कुमार झा ने बताया, ‘हमें उस व्यक्ति के मौत की खबर मिली है और हम अभी इसकी पुष्टि कर रहे हैं।’ बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ ने जेसवाडा पुलिस स्टेशन का घेराव किया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। भीड़ ने पुलिस के एक वाहन में आग भी लगा दिया, जिससे पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और साथ ही फायरिंग भी करनी पड़ी।
पुलिस ने चोरी-डकैती के आरोपी नरेश गमर के 2 भाईयों कनेश गमर और राजू गमर को पूछताछ के लिए उठा ले गई। पूछताछ के बाद जब पुलिस दोनों को वापस छोड़ कर गई, तो कनेश की तुरंत ही मौत हो गई। परिवार ने पुलिस पर मारपीट और प्रताड़ना का आरोप लगाया। परिजन कनेश के शव को लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गए और पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस लिखे जाने की मांग करने लगे।
वहीं एसपी प्रेम सिंह ने बताया, ‘पूछताछ के बाद युवकों को गांव के कुछ लोगों के सामने ही वापस छोड़ा गया था। परिजनों के आरोप पर हमने उन्हें समझाने की कोशिश की। लेकिन भीड़ बेकाबू हो गई और पथराव-आगजनी शुरू कर दिया।