एक छोटी की गलतफहमी रिश्तों में दरार डाल सकती है। ऐसे में चीजों को समझने में गलती न करें।
यूटिलिटी डेस्क.गलतफहमी एक बीमारी की तरह है जो किसी भी अच्छे भले रिश्ते को खराब कर देती है। पहले यह रिश्ते में कड़वाहट लाती है और फिर दूरियां बना देती है। यदि आपके रिश्ते में भी यह बीमारी जन्म ले चुकी है तो उसे तुरंत दूर कर लें। ये 6 आसान तरीके इस काम में आपकी मदद करेंगे।
01. भावनाएं समझें
जीवनसाथी को मेरी परवाह नहीं है या वह सिर्फ अपने बारे में सोचता है, इस तरह की गलतफहमी होना कपल्स के बीच आम है। अपने पार्टनर की प्राथमिकताओं और सोच को गलत समझना बहुत आसान है, लेकिन उसकी जगह आप अपने-आपको रखकर देखेंगे तो समझ पाएंगे। उसकी भावनाओं को समझकर आगे बढ़ें।
02. ईगो रखें दूर
अपनी तरह से साथी की बात का मतलब निकालना या अपनी बात कहने में ईगो का आड़े आना, धीरे-धीरे फलते-फूलते रिश्ते को खत्म कर देता है। यदि आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं, उसे चाहते हैं तो अपने रिश्ते में ईगो को बिलकुल भी न लाएं। यह भावना कि पहले मैं क्यों बोलूं, मन से निकाल दें तो भविष्य के लिए बेहतर होगा।
03. स्वार्थी न बनें
रिश्ते को मजबूत बनाने और एक-दूसरे पर विश्वास करने के लिए जरूरी है कि एक-दूसरे से कुछ न छिपाएं। आपके पार्टनर को आपकी जरूरत हो, तो आप वहां मौजूद रहे। गलतफहमियां तब आ खड़ी होती हैं, जब आप सेल्फ सेंटर्ड होते हैं। केवल अपने बारे में सोचते हैं। आप स्वार्थी न बनें और उसकी मदद करें।
04. जिम्मेदारी निभाएं
जब कभी आपका पार्टनर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने या उठाने से कतराता है, तो गलतफहमी पैदा होने लगती हैं। ऐसे सवाल मन में उठना तब स्वाभाविक होता है- क्या वह मुझे प्यार नहीं करता? क्या उसे मेरा ख्याल नहीं है? गलतफहमियां आपके बीच न आएं इसके लिए दोनों को अपनी जिम्मेदारियां खुशी से उठानी चाहिए।
05. कमिटमेंट समझें
आज के समय में पति के लिए यह आवश्यक है कि वह पत्नी के काम और कमिटमेंट को समझें और कद्र करें। बदली हुई परिस्थितियों में उन्हें पूरा सहयोग दें। रिश्ते में आए इस बदलाव को हैंडल करना पति के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि यह बात आज गलतफहमी की सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है।
06. हस्तक्षेप रोकें
जब दूसरे लोग, चाहे वे आपके ही परिवार के सदस्य हों या मित्र या रिश्तेदार हों, आपकी जिंदगी में हस्तक्षेप करने लगते हैं, तो गलतफहमियां खड़ी हो जाती हैं। ऐसे लोगों को कपल्स के बीच झगड़ा कराकर संतोष मिलता है और उनका मतलब पूरा हो जाता है। बेहतर है कि अपने जीवन में आप दूसरों का हस्तक्षेप रोकें और निर्णय आपसी सलाह से लें।