नई दिल्ली : दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (आप) जहां 14 फरवरी को तीन साल पूरा होने का जश्न मनाने की तैयारी में जुटी है, वहीं उसे झटके पर झटके लगते जा रहे हैं। ताजा मामले में लाभ का पद मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद होने की घटना से दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अभी उबर भी नहीं पाई थी कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) का फंदा और कसता नजर आ रहा है।
सीबीआइ ने उनके विभाग से जुड़ी दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. ऋषि राज व काउंसिल के वकील प्रदीप शर्मा को शनिवार रात 4.73 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अहम बात यह है कि रजिस्ट्रार के लॉकर से करोड़ों की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो सत्येंद्र जैन व उनकी पत्नी के नाम पर हैं। पहले से ही सीबीआइ जांच का सामना कर रहे सत्येंद्र जैन की मुश्किलें अब और बढ़ सकती है।
बता दें कि दिल्ली में सरकार गठन के बाद से ही आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी है। दिल्ली सरकार के मंत्रियों से लेकर विधायकों तक पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इन आरोपों में कुछ मंत्री हटाए भी गए तो कुछ आज भी दिल्ली सरकार में बरकरार हैं।
यहां तक कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। श्रम मंत्री गोपाल राय, पूर्व खाद्य मंत्री आसिम अहमद खान, विधायक अमानतुल्लाह भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं। वहीं, संदीप कुमार का सेक्स वीडियो सामने आने पर उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा तो फर्जी डिग्री मामले में जितेंद्र सिंह तोमर को कानून मंत्री के पद से हटाया गया।