साउथ दिल्ली में इन दिनों दिल्ली पुलिस और किन्नरों के कुछ ग्रुप आमने-सामने हो रहे हैं। रेस्ट्रॉन्ट, मॉल्स और मल्टीप्लेक्स के बाहर जैसी जगहों पर ये लोगों से बधाई के रूप में पैसे मांगते हैं। पैसे देने से इनकार करने पर लोगों के साथ बदतमीजी कर रहे हैं। जब इन्हें पुलिस इलाके से बाहर खदेड़ रही है तो ये पुलिस से भी नहीं डर रहे हैं और सरेआम लोगों के सामने अपने कपड़े उतार रहे हैं। इससे वहां मौजूद कई लोग तो डर भी जाते हैं।
इसी तरह की एक घटना शुक्रवार रात हौज खास विलेज के पास भी हुई। यहां जब किन्नरों को पैसे नहीं मिले और पुलिस ने इन्हें यहां से चले जाने के लिए बोला तो इन्होंने लोगों से ही बदतमीजी करनी शुरू कर दी। सात-आठ किन्नरों के इस ग्रुप में से अधिकतर ने सरेआम लोगों के सामने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। एक किन्नर ने तो अपने पूरे कपड़े उतार दिए और वहां से गुजरने वाली एक कैब पर चढ़ गया। कैब की छत पर चढ़कर उस किन्नर ने लोगों की ओर भद्दे इशारे भी किए।
तीन-चार किन्नरों ने कैब की एक साइड पर हमला बोल दिया। कैब में बाहर से लात मारी गई और उसे तोड़ने की कोशिश की गई। कैब वाले ने डरकर अपनी कार नहीं चलाई और शांत होकर वहीं रुक गया जबकि किन्नरों का यह ग्रुप लोगों की ओर जोर-जोर से बोलकर भद्दे इशारे भी करता जा रहा था। बताया जाता है कि बाद में पुलिस को सूचना मिलने पर इन्हें पकड़ा भी गया।
इस तरह से साउथ और साउथ-ईस्ट दिल्ली में किन्नरों के कई ग्रुप सक्रिय हैं। जो लोगों से जबर्दस्ती पैसे मांगने का काम कर रहे हैं। किन्नरों के ये ग्रुप ना केवल हौज खास विलेज इलाके में सक्रिय हैं बल्कि ग्रीन पार्क, लाजपत नगर और आईआईटी के पास भी यह ऐक्टिव होने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पहले तो यह लोगों से बधाई के नाम पर पैसे लेते थे लेकिन अब तो ये लोगों को लूटने भी लगे हैं जबकि कुछ वेश्यावृति के धंधे में भी उतर गए हैं। इनकी इस तरह की हरकतों से पुलिस भी परेशान हो रही है। जहां से भी इनकी शिकायत सुनने को मिल रही है, वहीं पुलिस इनके खिलाफ ऐक्शन ले रही है।
इस पूरे मामले में साउथ दिल्ली के डीसीपी रोमिल बानिया का कहना है कि किन्नरों द्वारा लोगों को परेशान करने की शिकायतें मिलने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है। जिला पुलिस को बोल दिया गया है कि इनके प्रति जीरो टॉलरेंस रखा जाए। इनकी इस तरह की हरकतें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।