भारतीय वैज्ञानिक सहित वैज्ञानिकों के समूह ने एक ऐसा स्मार्टफोन एप डेवलप किया है जो फोन में ऊर्जा की खपत को कम करके उसकी बैटरी की लाइफ को रोजाना एक घंटा तक बढ़ा सकेगा। इस एप को वैज्ञानिकों ने 200 स्मार्टफोन यूजर्स पर प्रयोग के बाद डेवलप किया।
200 छात्रों ने एप को डाउनलोड करने के बाद अपने फोन पर कई सारी विंडो एक साथ ओपन कीं। इसके बाद यह पाया गया कि एप की ऊर्जा बचाने की तकनीक का प्रयोग करने से बैटरी की क्षमता 10 से 25 प्रतिशत तक बढ़ गई।
कनाडा की वाटरलू यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर क्षीरसागर नाइक का कहना है कि वर्तमान एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स को मल्टीपल विंडो ओपन करने और उन्हें एक साथ प्रयोग करने की सुविधा देता है लेकिन इससे बहुत सी ऊर्जा बेकार चली जाती है। हमने एप डेवलप किया है जिसे डाउनलोड करने के बाद यूजर अपनी डिवाइस में उन एप्लीकेशन की ब्राइटनेस को कम कर सकते हैं जिन्हें प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इससे ऊर्जा की बचत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम जब मोबाइल फोन को चार्ज के लिए लगा देते हैं और कुछ देर बाद आकर देखते हैं कि बैटरी 100 प्रतिशत चार्ज हो गई हैं। लेकिन, मोबाइल में कई छिपे हुए एप ऐसे हैं जो बैटरी को कम करते रहते हैं। इससे बैटरी की लाइफ पर असर पड़ता है। हमारा एप इन एप्लीकेशन की ब्राइटनेस कम करके मोबाइल की बैटरी को लांग लास्टिंग बनाने में सहायक होगा।