एक ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप हासिल करने वाली एपल 21 साल पहले दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई थी। 1997 में माइक्रोसॉफ्ट और दूसरी कंपनियों के सामने एपल का टिक पाना मुश्किल हो रहा था। हालात ये हो गए थे कि एपल को अपने एक तिहाई कर्मचारी हटाने पड़े। कंपनी के पास सिर्फ 90 दिन का वक्त था। अमेरिका के प्रमुख अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने खुद यह जानकारी लोगों से साझा की थी।
तेज इनोवेशन, नए-नए प्रोडक्ट लॉन्च और दुनियाभर में शानदार सप्लाई सिस्टम तैयार कर एपल ना सिर्फ डूबने से बची, बल्कि दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी बन गई। इसने बड़े पैमाने पर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाली डिवाइस बनाईं और कीमतें भी कम रखीं। एपल ने 2001 में पर्सनल म्यूजिक प्लेयर आईपॉड लॉन्च किया। सबसे पहले मॉडल में 1,000 गाने स्टोर करने की क्षमता और प्ले लिस्ट बनाने जैसी सुविधाएं दी गईं। इसे डिजिटल म्यूजिक रिवॉल्यूशन कहा गया। बाद में जो मॉडल बाजार में उतारे उनमें फोटो और वीडियो की सुविधा भी दी गई। टच फैसिलिटी, एप और गेम डाउनलोड के फीचर काफी पसंद किए गए।
इस दौरान कंपनी को कई विवाद और चुनौतियों का सामना करना पड़ा। चीन में एपल के प्रोडक्ट्स के लिए दूसरे देशों के मैन्युफैक्चरर्स को इस्तेमाल करने पर कंपनी की निंदा हुई। कंपनी पर दूसरे देशों के सस्ते लेबर का इस्तेमाल करने और अमेरिकियों का हक छीनने के आरोप लगे।
एपल के 1 ट्रिलियन (1000 अरब) डॉलर मार्केट कैप के मायने
- नामी कंपनी मैकीज (11.6 अरब डॉलर), राफ लॉरेन (10.5 अरब डॉलर) और हार्ले डेविडसन (7.1 अरब डॉलर) का कुल वैल्यूएशन 29 अरब डॉलर, ये एपल की नेटवर्थ का सिर्फ 3 फीसदी
- अमेरिकी शेयर बाजार के इंडेक्स एसएंडपी-500 की 108 कंपनियों की वैल्यू 641 अरब डॉलर
- अमेरिका के चार प्रमुख बैंकों सिटीग्रुप, वेल्स फार्गो, जेपी मॉर्गन चेज, बैंक ऑफ अमेरिका की कुल नेटवर्थ 1.16 ट्रिलियन डॉलर
- फॉक्सवैगन, टोयोटा, जनरल मोटर्स और फोर्ड का वैल्यूएशन 389 अरब डॉलर
- दुनिया की सभी ऑटोमेकर कंपनियों की नेटवर्थ 964 अरब डॉलर
- दुनिया की सबसे बड़ी मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर लॉकहीड मार्टिन सिर्फ 93 अरब डॉलर की कंपनी
- दुनिया की सभी एयरलाइंस और एविएशन कंपनियों का वैल्यूएशन 1.09 ट्रिलियन डॉलर
- एपल को टक्कर देने वाली अमेजन, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की कुल वैल्यू 1.73 ट्रिलियन डॉलर
38 साल में एपल का मार्केट कैप 650 गुना हुआ
तारीख | मार्केट कैप |
12 दिसंबर 1980 | 1.56 अरब डॉलर |
11 जुलाई 2008 | 152.88 अरब डॉलर |
19 मार्च 2012 | 560.45 अरब डॉलर |
1 मई 2018 | 831.15 अरब डॉलर |
2 अगस्त 2018 | 1000 अरब डॉलर |