नयी दिल्ली, वार्ता | डिजिटल माध्यमों से छोटी राशि के लेन-देन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से देश के अग्रणी वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) के जरिये एक हजार रुपये तक की राशि के हस्तांतरण पर शुल्क समाप्त कर दिया है। बैंक एक हजार रुपये तक के आईएमपीएस पर पाँच रुपये प्रति लेन-देन के शुल्क के साथ देय सेवा कर भी वसूलता था। बैंक ने शुल्क समाप्त करते हुए कहा कि छोटी राशि के डिजिटल लेन-देन को बढावा देने के लिये यह कदम उठाया गया है। एक हजार रुपये से अधिक और एक लाख रुपये तक की राशि का इस सेवा के जरिये हस्तांतरण करने पर पाँच रुपये शुल्क और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लिया जायेगा। एक लाख से दो लाख रुपये तक की राशि पर यह प्रभार 15 रुपये तक होगा। सभी वित्तीय लेन-
देन पर जीएसटी 18 प्रतिशत है।