अभिनेता संजय दत्त ने बैंक ऑफ बड़ौदा की वालकेश्वर को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मालाबार हिल निवासी निशी हरिश्चन्द्र त्रिपाठी द्वारा उनके नाम किए गए बैंक अकाउंट और बैंक लॉकर को निशी के परिजनों को सौंपने को कहा है। निशी अपनी मौत से पहले वसीयत में अपने अकाउंट का सारा पैसा और बैंक लॉकर भी संजय दत्त के नाम कर गई थीं। हैरानी की बात है कि संजय को तब तक इसका अंदाजा भी नहीं था कि निशी कौन हैं, जब तक उन्हें 29 जनवरी को इसकी जानकारी देने के लिए पुलिस का फोन आया। संजय से कहा गया कि निशी का निधन हो गया है और वह अपना बैंक अकाउंट और लॉकर उन्हें सौंपकर गई हैं।
पुलिस का कहना है कि 62 वर्षीय त्रिपाठी संजय दत्त की बड़ी फैन थीं। इस बात से उनके परिवार वाले भी हैरान रह गए, जब उन्हें पता चला कि निशी अपना अकाउंट और लॉकर अभिनेता के नाम कर गई हैं। कानूनी प्रक्रिया के चलते अब तक बैंक लॉकर भी खोला नहीं गया है, वहीं संजय दत्त की ओर से भी साफ कर दिया गया है कि उन्हें निशी के अकाउंट, संपत्ति या लॉकर से कुछ भी नहीं चाहिए और इसे उनके परिवार को सौंपना चाहिए।
लंबी बीमारी के बाद 15 जनवरी को निशी का निधन हो गया। वह अपनी 80 वर्षीय मां और बेटों अरुण, आशीष और बेटी मधु के साथ रहती थीं। परिवार 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत के 3 बीएचके फ्लैट में मालाबार हिल में रहता है। त्रिपाठी के परिवार को भी उनकी मौत के बाद ही इस बात का पता चला कि उन्होंने अभिनेता के नाम अकाउंट और लॉकर कर दिया है।
संजय दत्त को इसकी सूचना मिलने के बाद उनके वकील सुभाष जाधव ने कहा स्पष्ट किया कि फिल्म स्टार को इसमें कुछ भी क्लेम नहीं करना है। वह चाहते हैं कि सब कुछ निशी के परिवार को वापस कर दिया जाए। वहीं संजय ने इसपर कहा, ‘हमें कई फैन मिलते हैं जो अपने बच्चों का नाम हमारे जैसा या हमारे किरदारों पर रखते हैं। कई रास्ते में पीछा करके गिफ्ट्स देते हैं लेकिन इसबार तो मैं हैरान रह गया। मुझे इसमें से कुछ नहीं चाहिए, मैं निशी को नहीं जानता और इस पूरे वाकये के बारे में कुछ भी कहने की हालत में नहीं हूं।’ उन्होंने माना कि यह बहुत खास और अजीब अनुभव रहा।