देहरादून : अमेरिका जहां भारी बर्फबारी के संकट से जूझ रहा है, वहीं भारत में स्थिति इसके ठीक उलट है। जनवरी की महीने में बर्फ से लकदक रहने वालीं हिमालय की चोटियों पर खालीपन के काले धब्बे साफ नजर आ रहे हैं। हालत यह है कि उत्तराखंड में कैलाश मानसरोवर रूट पर पड़ने वाले ‘ॐ पर्वत’ पर अभी से ‘ॐ’ की आकृति दिखी है। बता दें कि आमतौर पर मई-जून में यह दृश्य दिखाई देता है। मौसम वैज्ञानिक इसे ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह बता रहे हैं।
देश में सर्दी का मौसम तकरीबन अपने आखिरी दौर पर है, लेकिन इस बार हिमाचल प्रदेश हो या फिर उत्तराखंड, दोनों ही स्थानों पर एक भी बार भीषण बर्फबारी नहीं हुई है। इन क्षेत्रों में जनवरी महीने के आखिर तक पूरी तरह से सूखा पड़ा हुआ है, जिसकी वजह से हिमाचल में सेब की फसल के लिहाज से चिंता जताई जा रही है। माना जा रहा है कि यदि मौसम ऐसा ही बना रहा तो गर्मियों में पानी की समस्या भी पैदा हो सकती है।
ऐसा रहा रेकॉर्ड
उत्तराखंड में जनवरी माह के आखिर तक 100 फीसदी बारिश की कमी देखी गई, जबकि हिमाचल प्रदेश में यह 99 फीसदी से अधिक है। उत्तरी मैदानी इलाकों में भी जनवरी महीने तक बारिश नहीं हुई, जो कि कम सर्दी की प्रमुख वजह मानी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5-6 दिनों तक ऐसे बदलाव की संभावना भी नहीं है।
11-12 दिसंबर को हुई थी बारिश और बर्फबारी
यही नहीं इस बार सर्दी के मौसम ने उत्तर भारत को सिर्फ एकबार प्रभावित किया है। ऐसा लगभग 11-12 दिसंबर को हुआ था जब मैदानी क्षेत्रों में बारिश हुई और हिमालय के ऊपरी हिस्सों में बर्फबारी हुई। इसके बाद शेष दिसंबर महीने में बर्फबारी या बारिश जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों और हिमालय के ऊपरी क्षेत्र तक ही सीमित रही है।
जानिए क्या है वजह?
क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, ‘इस बार सर्दियों में उत्तर भारत में आने वाली पछुआ हवाओं की स्थिति पश्चिम की ओर बहुत ज्यादा सामान्य रही। इन्होंने खासतौर पर उत्तरी जम्मू-कश्मीर को प्रभावित किया, बाकी अन्य क्षेत्रों पर इनका कोई असर नहीं पड़ा। ज्यादातर पछुआ हवाएं शक्तिहीन देखी गईं।’
शिमला में भी नहीं हुई बर्फबारी
ठंड लहरें और नमी युक्त हवाएं दक्षिणी यूरोप और पश्चिमी एशिया से आती हैं, जो उत्तर भारत में बारिश के मौसम का प्रमुख श्रोत हैं। शिमला में मौसम विभाग के प्रमुख मनमोहन सिंह ने कहा, ‘शिमला में इस बार जनवरी महीने में बर्फबारी नहीं दर्ज की गई है। अब तक यहां बारिश भी नहीं हुई। यदि इस माह शुष्क मौसम बना रहता है तो यह 11 वर्षों में पहली बार होगा जब हिमाचल की राजधानी जनवरी माह में बर्फबारी के बिना रह जाएगी। हालांकि, 24 जनवरी तक बारिश या बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है लेकिन इसकी पुष्टि करना जल्दबाजी होगी।’