मुंबई- आलिया भट्ट हाल ही में मेघना गुलज़ार की फिल्म राज़ी की कश्मीर शेड्यूल को ख़त्म करके लौटी हैं। आलिया ने बताया कि उनके लिए यह वाकई हमेशा याद रखने वाला एक्सपीरियंस रहेगा। क्योंकि उन्होंने पहली बार ऐसे लोकेशन पर काम किया है और फिल्म की कहानी बिल्कुल अलग हैं।
आलिया ने हाल ही में मामी फिल्मोत्सव के मूवी मेला के दौरान यह बात स्वीकारी कि इस बार उनके साथ एक अनोखी बात हुई। आलिया कहती हैं, इस फिल्म की शूटिंग के दौरान पापा ( महेश भट्ट) मुझे हर दिन एक मैसेज करते थे, जो काफ़ी इंस्पायरिंग होते थे। उनके संदेश वैसे भी कैसे होते हैं ये सभी जानते हैं। “मैंने और भी कई फिल्में की हैं लेकिन जिस तरह पापा ने इस बार मुझे लगातार मैसेज किये वो मेरे लिए इमोशनल थे। वह लिखते थे कि अपना बेस्ट देना, तुम दोगी ही। एक दिन में उनके कई-कई संदेश होते थे लेकिन मैं खुद में यह समझ नहीं पा रही थी कि ऐसा कैसे क्यों हो रहा है। फिर पापा के मुझे मिस यू वाले भी काफी मैसेज आये। इसके बावजूद जब मैं वापस मुंबई आयी, तो वह मेरे घर से 10 मिनट की दूरी पर ही रहते हैं, लेकिन फिर भी मुझे 2 दिनों का समय लगा कि मैं उनसे मिलूँ।
आलिया बताती हैं “इसकी वजह ख़ास है। मैं अपने पापा से जब भी मिलती हूं तो उनसे काफी कुछ सुनना और सीखना मुझे अच्छा लगता है और उनमें वह स्पार्क अभी भी है कि जब उनके सामने कोई होता है तो वह खूब बातें करते हैं। कभी कभी मुझे लगता है कि वह मेरे फादर हैं, फिर भी मुझे खुद को तैयार करना होता है कि मैं जब उनसे मिलूं तो पूरी तरह से ख़ाली रह कर मिलूं , ताकि उनकी सारी बातों को खुद में ले पाऊं। आलिया कहती हैं कि उनके पापा की बातें मज़ेदार होती हैं और वह उनका साथ बहुत एन्जॉय करती हैं। इसलिए जब भी वह अपनी फिल्म की शूटिंग खत्म करती हैं, उन्हें अपने रियल लाइफ में आने में दो दिन लगते हैं। इसके बाद ही वह जाकर किसी से भी मिलना पसंद करती हैं।