टेलिकॉम आॅपरेटर रिलायंस कम्युनिकेशंस और एयरसेल ने अपनी बिजनेस मर्जर डील को रद्द कर दिया है। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने अपनी एक रिलीज में कहा, आर-कॉम और एयरसेल के बीच मोबाइल कारोबार के विलय (मर्जर) का सौदा आपसी सहमति से रद्द कर दिया गया है। गौरतलब है कि इन दोनों कंपनियों ने मिलकर आर कॉम के मोबाइल कारोबार का एयरसेल के साथ विलय को लेकर सितंबर 2016 में एक समझौता किया था। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली फर्म ने कहा कि कानूनी और नियामकीय अनिश्चितताएं और निहित स्वार्थ के तहत हस्तक्षेप से प्रस्तावित सौदे के लिए जरूरी मंजूरी प्राप्त करने में काफी देरी हुई है। कंपनी ने कहा, भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में काफी प्रतिस्पर्धा के साथ ताजा नीति संबंधी दिशा-निर्देश से क्षेत्र के लिये बैंक वित्त पोषण पर नकारात्मक असर पड़ रहा था। इन वजहों से विलय समझौता रद्द हो गया है। निदेशक मंडल ने इसकी मंजूरी दे दी है।
आपको बता दें कि रिलायंस कम्युनिकेशंस इस विलय समझौते (मर्जर डील) के जरिए अपने कर्जे में कमी लाने की उम्मीद कर रहा था। अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली टेलिकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) पर 10 बैंकों का भारी कर्ज बकाया है। अंबानी को एयरसेल के साथ विलय सौदा और ब्रुकफील्ड के साथ टॉवर कारोबार की बिक्री का समझौता पूरा होते ही 45,000 करोड़ रुपए से घटकर 20,000 करोड़ रुपए पर आ जाने की उम्मीद थी।
