आपके फोन की स्क्रीन अगर स्क्रैच आने के बाद अपने ही ठीक हो जाए तो कैसा हो? ऐसा जल्द ही संभव हो सकता है। दरअसल, सैमसंग ने एंटी-फिंगरप्रिंट कंपाउंड पेटेंट फाइल किया है। इस पेटेंट एप्लीकेशन को वर्ल्ड इंटेलैक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गेनाइजेशन ने पब्लिश किया है। इससे फिल्म, लैमिनेट और डिवाइस के लिए सेल्फ-हीलिंग प्रॉपर्टीज उपलब्ध कराई गई हैं। इससे यह साबित होता है कि सैमसंग अपनी डिवाइसेज को शैटर-प्रूफ बनाना चाहता है।
यह सेल्फ-हीलिंग ओलियोफॉबिक कोटिंग है। यह एक एंटी-फिंगरप्रंट कॉम्पोजिशन है। इसमें कम्पाउंड्स जैसे पोलिरोटैक्सन, पॉलीहेड्रल सिलिसक्विओक्सेन, और फ्लोरिनेटेड (मेथ) एक्रिल शामिल हैं। इस कोटिंग को सैमसंग स्मार्टफोन्स पर इस्तेमाल होने वाले गोरिल्ला ग्लास पर लगाया जाएगा। यह कोटिंग नई नहीं हैं और इन्हें कई वर्षों से मोबाइल्स के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में सैमसंग का यह पेटेंट नया इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि कंपनी ने इसमें एक नई प्रोपर्टी जोड़ी है। साथ ही एंटी-फिंगरप्रिंट कंपाउंड बना रहा है जो खुद को रीजनरेट कर सकता है।
हालांकि, अभी यह कहना मुश्किल है कि यह कहां तक स्क्रीन पर आए स्क्रैच को रीजनरेट कर सकता है। लेकिन अगर यह स्क्रीन पर आए छोटे-छोटे स्क्रैच या डैमेज को भी ठीक करता है तो यह फोन्स के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है। वर्तमान में गैलेक्सी नोट 9 में गोरिल्ला ग्लास 5 का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे फोन का रियर और बैक पैनल सुरक्षित रहता है। पतले बेजेल और बड़ी स्क्रीन की बढ़ती लोकप्रियता देखते हुए अगर यह सैमसंग इस तरह का कोई कंपोजिशन लाता है तो यह स्मार्टफोन्स पर आए स्क्रैचेज के लिए बेहद कारगर साबित होगा।