नई दिल्ली- यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) ने 12 अंकों के आधार पंजीकरण और बदलाव के फार्मो के संकलन के लिए और सुरक्षित प्रक्रिया अपनाने का फैसला लिया है। इसके लिए अब बैंकों, डाक खानों और अन्य अधिकृत सरकारी कर्मचारियों को बायोमैट्रिक दस्तखत करने की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
क्या कहना है UIDAI के CEO अजय भूषण पांडेय का-
आधार जारी करने वाले निकाय यूआइडीएआइ के सीईओ अजय भूषण पांडेय ने रविवार को बताया कि यह कदम बायोमैट्रिक व अन्य जानकारियों को जुटाने की प्रक्रिया को और सुरक्षित बनाने के लिए उठाया है। यूआइडीएआइ ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया था कि आधार के पंजीकरण के कार्यालयों को सरकारी या नगरपालिका के परिसरों में स्थानांतरित कर दिया जाए। चाहे पंजीकरण बाहरी और निजी ऑपरेटर ही क्यों न करा रहे हों। यह पंजीकरण और अपडेट बड़े पैमाने पर बैंकों, पोस्ट ऑफिसों व सरकारी परिसरों में ही होगा। इसलिए सरकारी बैंकों के साथ निजी बैंकों को इस काम के लिए उनकी दस में से एक शाखा को इस्तेमाल करने दिया जाएगा।
पंजीकरण के दौरान बैंकों, डाकखानों समेत अधिकृत सरकारी कर्मचारियों को वहां मौजूद रहना होगा। साथ ही अब आधार के पंजीकरण और अपडेट के आवेदन पर इन सरकारी कर्मचारियों को बायोमेट्रिक दस्तखत करने होंगे। इस नई प्रस्तावित प्रणाली पर अमल संभवतः अगले साल जनवरी से शुरू होगा। नई प्रणाली में अधिकृत सरकारी कर्मचारी को आवेदन पत्र प्राप्त होने पर उसमें बायोमेट्रिक दस्तखत उसी वक्त करने होंगे। जबकि पहले की प्रक्रिया में निजी आपरेटर ही आवेदन पर दस्तखत करता था।