रांची. आस्था और उमंग के इंद्रधनुषी रंग में जगन्नाथ मंदिर का समूचा परिसर नहा उठा। बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ जगत के नाथ भगवान जगन्नाथ एकांतवास से बाहर आए। अपराह्न 04:30 बजे ढोल-नगाड़ा और घंटी की ध्वनियों के बीच भगवान का नेत्रदान हुआ। मुख्य पुरोहित पंडित ब्रजभूषण मिश्रा की अगुवाई में रामेश्वर पाढ़ी समेत अन्य पुजारियों ने मंत्रोच्चार किए। शृंगार और नेत्रदान के बाद विग्रहों के साथ दर्शन मंडप में लाया गया। आखिर वो क्षण आ ही गया। शाम 5 बजे मंदिर का पट खोला गया। जयकारे उत्तरोत्तर बढ़ते गए।
आज क्या-क्या होगा
– 4:30 सुबह मुख्य मंदिर में पूजा-आरती।
– 5 बजे से भगवान के दर्शन
– 2 बजे आम लोगों के लिए दर्शन बंद
– 2:30 बजे भगवान का शृंगार व रथारूढ़
– 2:31 बजे से विष्णु लक्षार्चना
– 4 बजे अपराह्न से विष्णु स्तुति और आरती
– 4:15 बजे से फूलों का संग्रह, प्रसाद बंटेगा
– 4:30 बजे से रथा खींचना आरंभ
– 6 बजे शाम भगवान मौसीबाड़ी पहुंचेंगे
– 7 बजे तक रथ पर भगवान का दर्शन
– 8 बजे रात मंगल आरती के बाद दर्शन बंद
ये रहेगा ड्राप गेट : शहीद मैदान से मेला जाने वाले पथ पर, मौसीबाड़ी गोल चक्कर के पास, इंदिरा नगर कॉलोनी के पास, गार्डन बेकरी से मेला जाने वाले कच्ची रोड पर, पुंदाग साई मंदिर रोड पर, योगदा सत्संग के पास, तिरिल मोड़ के पास, स्टेडियम मोड़ के पास, प्रभात तारा मैदान के पास, टीओपी के पास, जगन्नाथपुर तालाब रोड के पास और जगुवार के पास मेला बस्ती के अंदर ड्राप गेट रहेगा।
ये होगा मेला के लिए रूट
– एचईसी, विधानसभा की ओर से आने वाले वाहन जिन्हें मौसीबाड़ी, जगन्नाथपुर मंदिर होते हुए रिंग रोड जाना हो, वैसे वाहन शहीद मैदान से शालीमार बाजार, प्रभात तारा मैदान, जेएससीए स्टेडियम से दाहिने मुड़कर तिरिल मोड़ होते हुए अपने गंतव्य स्थान की ओर जाएंगे।
– रिंग रोड की ओर से आने वाले वाहन, जिन्हें शहर की ओर से आना हो वैसे वाहन तिरिल मोड़ से जेएससीए स्टेडियम, प्रभात तारा, शालीमार बाजार होते हुए शहर की ओर जाएंगे।
जांच के बाद पुष्टि, मेले की मिठाई से हो सकता है कैंसर
जगन्नाथपुर रथ मेला में झारखंड के दूर-दराज से लोग आते हैं। मेले में करीब 1000 से अधिक दुकानें हैं। खाद्य सामान की शुद्धता जांचने के लिए शुक्रवार को खाद्य विभाग ने मोबाइल फोर लैबोरेटरी से कई दुकानों की मिठाई और खाने-पीने के सामान के नमूने लिए। 35 नमूनों की जांच हुई, जिसमें से 33 फेल हो गए। मिठाइयों में हानिकारक केमिकल युक्त रंग मिलाया गया है। इसकी पुष्टि खुद सरकार के चीफ फूड एनालिस्ट चतुर्भुज मीणा ने की। इनमें जो रंग हैं, वह कार्सिनोजेनिक है, िजससे कैंसर होता है।
पेट, किडनी और लीवन पर भी असर
रिम्स के डॉ. संजय सिंह ने बताया कि रोडामाइन से पेट, किडनी व लीवर के अलावा महिलाओं के गर्भाशय को नुकसान पहुंचता है। इसका उपयोग अधिकतर लोग मिठाई में करते हैं। लेड क्रोमेट से टॉक्सिक जैसे रोग होते है। यानी यह किडनी, लीवर को डैमेज करने के अलावा कैंसर का कारण बन सकता है। इसका उपयोग हल्दी पाउडर में करते हैं। मेटानिल येलो, पीला रंग शरीर के ग्रोथ को रोकता है।