ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिला स्थित बोमजा गांव एशिया के सर्वाधिक धनी गांवों की लिस्ट में शामिल हो गया है। दरअसल भारतीय आर्मी द्वारा तवांग गैरीसन की प्रमुख स्थान योजना इकाइयों के लिए किया गया है। इसके एवज में यहां के जमीन के मालिकों को रक्षा मंत्रालय की ओर से अच्छी-खासी रकम दी गयी है।
अरुणाचल प्रदेश के बोमजा गांव का हर परिवार करोड़पति बन गया है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बुधवार को बोमजा गांव के उन जमींदारों को 40,80,38,400 रुपये का मुआवजा दिया, जिनकी जमीन पर भारतीय सेना ने अधिग्रहण किया था। सीएम ने मुआवजे की राशि वाले चेक बांटते हुए इस बात की जानकारी दी कि 200.056 एकड़ भूमि का अधिग्रहण भारतीय सेना के तवांग गैरीसन की प्रमुख स्थान योजना इकाइयों के लिए किया गया है।
सरकार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि गांव के 31 जमीन मालिकों में यह राशि वितरित की गई है। सबसे अधिक मुआवजे की राशि, 6,73,29,925 रुपये रही। एक अन्य को 2,44,97,886 रुपये की राशि का चेक दिया गया। अन्य 29 लाभार्थियों को 1,09,03,813 राशि का चेक सौंपा गया है।
सीएम ने किया ट्वीट
सीएम ने इसे लेकर ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा कि इस राशि वितरण के बाद बोमजा गांव सबसे अमीर गांवों में से एक बन गया होगा।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बताया इस तरह की और मुआवजा राशि को लेकर केंद्र सरकार से बातचीत चल रही है। उन्होंने लंबे समय से लंबित मुआवजा राशि को मंजूरी देने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को भी धन्यवाद दिया।
प्रगति की ओर बढ़ रहा अरुणाचल प्रदेश
सीएम ने कहा कि राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रगति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘केंद्र की मदद से अरुणाचल प्रदेश तेजी से प्रगति कर रहा है। अरुणाचल को रेल, हवाई मार्ग, डिजिटल और सड़क के जरिए जोड़ने पर भी जोर दिया जा रहा है।’
सीएम ने बताया कि तवांग को जल्द ही रेल मार्ग से जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार के बजट में तवांग के सेला दर्रा में टनल बनाने के लिए राशि का आवंटन किया गया है। इस टनल के बनने से यात्रा में करीब एक घंटे का समय कम हो जाएगा।