दुनिया में विशालकाय जीवों का प्रमाण माने जाने वाले डायनासोर अब भी दुनिया के लिए रहस्य हैं। कोई जीवित प्रमाण न होने के कारण पुरातात्विक शोधों के आधार पर ही उनके बारें में नई जानकारी सामने आती रहती हैं। ऐसा ही एक शोध डायनासोर की दो प्रजातियों के बारे में पता चला है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अमेरिका में स्थित अलास्का डायनासोर के लिए सुपरहाईवे यानी बड़ा संपर्क मार्ग था।
अमेरिका के पेरोट म्यूजियम ऑफ नेचर एंड साइंस के शोधकर्ताओं ने अलास्का स्थित डेनाली नेशनल पार्क में हैड्रोसोर और थेरिजिनोसोर प्रजाति के डायनासोर के मार्ग होने की खोज की है। हैड्रोसोर हिंसक प्रकार के डायनासोर थे जो धीरे-धीरे शाकाहारी बन गए।
थेरिजिनोसोर की उत्पत्ति एशिया में मानी जाती है। जनरल साइंटिफिक रिपोर्टस में प्रकाशित शोध में बताया गया है कि क्रेटेशस युग में मध्य एशिया जैसा वातावरण अलास्का में पाया जाता था। पेरोट म्यूजियम के एंथनी आर फियोरिल्लो का कहना है कि इससे साबित होता है करीब सात करोड़ वर्ष पहले अलास्का एशिया और उत्तरी अमेरिका के बीच एक बड़ा संपर्क मार्ग था।
फियोरिल्लो और उनके एक सहयोगी ने प्रकाशित किया है कि 2012 में डेनाली नेशनल पार्क में मिले पैरों के निशान थेरिजिनोसोर के हैं। 2013 और 2014 में उन्होंने इसकी गहराई से पड़ताल के लिए वहां थेरिजिनोसोर के और सड़कों की खुदाई कराई। फियोरिल्लो और उनकी टीम को यह देखकर आश्चर्य हुआ कि वहां पर हैड्रोसोर के भी चिन्ह पाए गए। हालांकि डेनाली पार्क में हैड्रोसोर के निशान मिलना यूं तो आम बात है लेकिन अब तक थेरिजिनोसोर के साथ उनके प्रमाण नहीं मिले थे। फियोरिल्लो का कहना है कि शोध के आधार पर कहा जा सकता है कि यह मार्ग उत्तरी अमेरिका में थेरिजोनोसोर और हैड्रोसोर के संबंध का एक मात्र उदाहरण है।
शाकाहारी थेरिजोनोसार डायनासोर जीवाश्म रिकॉर्ड में दुलर्भ माने जाते हैं। विचित्र से दिखने वाले ये जीव लंबी गर्दन, छोटे दांत, छोटी चोंच वाले थे। इनकी पैर और भुजाएं लंबी-लंबी थीं। इनके प्रमाण एशिया और उत्तरी अमेरिका में मिलते हैं लेकिन मूल रूप से इनकी उत्पत्ति एशिया में ही मानी जाती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि क्रेटेशस युग में अलास्का उत्तरी अमेरिका के पशुभक्षी और एशिया के शाकभक्षी जीवों के लिए संपर्क का स्थल था। इससे ये भी प्रमाणित होता है कि उत्तरी अमेरिका और एशिया के बीच डायनासोर का विस्थापन अलास्का के रास्ते ही हुआ।