नई दिल्लीः बैंकों में आधार एनरॉलमेंट सेंटर खोलने की सरकारी की योजना अपने मुकाम से अभी कोसों दूर है। अभी तक देश में केवल 2300 एनरॉलमेंट सेंटर ही खुल पाए हैं, जबकि अक्टूबर के अंत तक 15,300 सेंटर्स खोलने का टारगेट था। हैरान करने वाली बात यह है कि इस टारगेट को एक महीने आगे बढ़ाया गया था। एक आधिकारिक सूत्र ने यह जानकारी दी।
सूत्र के मुताबिक, 31 अक्टूबर तक 43 सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों को अपनी 10 प्रतिशत शाखाओं में एनरॉलमेंट सेंटर खोलने थे। देशभर में कुल 15,300 एनरॉलमेंट सेंटर खोले जाने का टारगेट है लेकिन अभी भी बैंक टारगेट से 85 प्रतिशत पीछे हैं। सरकारी डेटा बताता है कि अभी तक केवल 2300 आधार एनरॉलमेंट सेंटर ही खुल पाए हैं। सेंटर्स खोलने के लिए बैंकों को दिया गया यह दूसरा विस्तार था। सूत्र ने कहा, ’30 सितंबर की डेडलाइन बैंकों को दी गई थी जिसे एक महीने और बढ़ाकर 31 अक्टूबर किया गया है।’ बैंक अगर बढ़ी हुई तारीख तक भी आधार एनरॉलमेंट सेंटर नहीं खोल पाते हैं तो उनपर 20 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा।
सूत्र ने बताया कि एसबीआई ने अपनी जरूरी 2,918 शाखाओं में से 356 में एनरॉलमेंट सेंटर शुरू कर दिया है। सिंडिकेट बैंक ने जरूरी 840 में से 245 में, देना बैंक ने जरूरी 339 में से 194 में, एचडीएफसी ने जरूरी 403 में से सिर्फ 74, आईसीआईसीआई ने जरूरी 485 में से सिर्फ 59 में और ऐक्सिस बैंक ने जरूरी 337 में से सिर्फ 61 में ही एनरॉलमेंट सेंटर्स शुरू किए हैं।
UIDAI ने कहा था कि अगर बैंक डेडलाइन तक एनरॉलमेंट सेंटर नहीं खोल पाए तो उन्हें 20 हजार रुपये हर महीने जुर्माना देना होगा। सरकार के आदेश के अनुसार अगर बैंकों को अपनी ब्रांच की कुल संख्या के 10 प्रतिशत में एनरॉलमेंट सेंटर खोलना है।