अनिल कपूर जल्द अपनी अगली फिल्म फन्ने खां लेकर आ रहे हैं. काफी समय बाद इस फिल्म में वह ऐश्वर्या राय के साथ नजर आने वाले हैं. फिल्म के प्रमोशन के लिए इन दिनों कई टीवी शोज में भी अनिल नजर आ रहे हैं और इसी के साथ उनकी जिंदगी से जुड़े कई किस्से भी सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक किस्सा है उनकी प्रेमकहानी का. अनिल कपूर की फिटनेस को लेकर जो हैरानी होती है, वो हैरानी उनकी लवस्टोरी के साथ भी कायम रहती है. उन्होंने एक दिन फोन करके अपनी पत्नी और उस वक्त दोस्त सुनीता से कहा – कल शादी करते हैं और अगले दिन दस लोगों को मौजूदगी में सच में दोनों ने शादी कर ली थी. आखिर कैसे शुरू हुआ था इतने मजबूत प्यार का ये सिलसिलाअनिल ने खुद ये सिलसिला शेयर किया था. उन्होंने बताया, ‘ मेरे एक दोस्त ने सुनीता को मेरा नंबर दिया ताकि वो मुझे प्रैंक कॉल करे. वो पहली बार था जब हमारी बात हुई और मैं उसकी आवाज पर मर मिटा. कुछ हफ्ते बाद हम एक पार्टी में मिले और मेरा उससे इंट्रोडक्शन हुआ. उसमें कुछ ऐसा था, जिसने मुझे अपनी तरफ आकर्षित किया. हमने बातें करनी शुरू कीं और हम दोस्त बन गए. मैंने उसे अपने टूटे दिल के बारे में बताया. उस वक्त मेरा ब्रेकअप हुआ था. हम एक-दूसरे को डेट कर रहे थे, ये बात हमने कभी एक दूसरे से कही नहीं…ये एक ऑर्गेनिक डेटिंग थी. जिसमें सवाल-जवाब या गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड जैसा कुछ नहीं था.
इसके आगे अनिल बताते हैं, ‘ वो एक लिबरल परिवार से थी. उनके पापा बैंकर थे. सुनीता मॉडलिंग कर रही थीं. मैं उस वक्त पूरी तरह बेकार था. मैं चेंबूर में रहता था. वो नेपियनसी रोड पर. मैं उनसे मिलने के लिए भी बस से जाता था. वो कहती थीं, नहीं जल्दी से टैक्सी करके आओ और मैं कहता था- अरे मेरे पास पैसे नहीं हैं. और वो कहती थीं….जस्ट कम ना… आई विल मैनेज.’
इस तरह 10 साल दोनों ने एक-दूसरे को डेट किया. कई जगह साथ में ट्रैवल किया. अनिल बताते हैं कि सुनीता ने उनसे एक बात साफ-साफ कह दी थी कि वो कभी किचन में नहीं जाएंगी और खाना नहीं बनाएंगी. इसलिए मुझे शादी करने से पहले ये पता था कि मुझे उन्हें अपनी जिंदगी में लाने के लिए कुछ बनना पड़ेगा. कुछ करना पड़ेगा. मैंने उस दौरान काफी स्ट्रगल किया. हालांकि उनकी तरफ से मुझ पर इस तरह का कोई दबाव नहीं था.
जब मेरी पहली फिल्म चली ‘मेरी जंग’, इसके बाद मुझे लगा कि अब मैं घर ले सकता हूं, किचन में सामान आ सकता है, हम एक हेल्पर भी रख सकते है…मैं शादी कर सकता हूं. मैंने सुनीता को फोन किया और कहा- चलो कल शादी करते हैं. और अगले दिन 10 लोगों की मौजूदगी में हमारी शादी हो गई. मैं शादी के तीन दिन बाद ही शूट पर चला गया और सुनीता अकेले हनीमून पर विदेश चली गईं.
सच कहूं तो वो मुझे बहुत अच्छी तरह जानती है. शायद मैं भी खुद को इतना नहीं जानता. हमारी दोस्ती को 45 साल हो गए हैं. वह एक परफेक्ट मां है परफेक्ट पत्नी..आपको पता है कि मैं हर रोज सुबह सोकर क्यों उठता हूं. जब मैं उनसे कहता हूं कि मैंने तुम्हें कल इतने सारे पैसे दिए थे.. और वो कहती हैं वो सब खत्म हो गए…तो मैं बिस्तर से उठता हूं और काम पर निकल जाता हूं.