देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री सह सर्व शिक्षा अभियान के तह पारा शिक्षकों के जन्मदाता रहे स्व अटल बिहारी वाजपेयी के दशगात्र के अवसर पर 125 पारा शिक्षकों ने रविवार को मुंडन कराया। इस अवसर पर झारखंड एकीकृत संघर्ष मोर्चा व उच्चस्तरीय कमेटी के सदस्य ¨सटू ¨सह ने भी मुंडन कराया। मौके पर ¨सह ने कहा कि झारखंड सरकार की ओर से पारा शिक्षकों का स्थायीकरण करके ही अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। बताया कि पूरे झारखंड के 67 हजार पारा शिक्षकों ने अपने हक अधिकार के लिए वर्षों से संघर्षरत हैं। बावजूद झारखंड सरकार इसके प्रति गंभीरता नहीं दिखा रही है। पारा शिक्षकों के साथ सरकार की ओर से किया जा रहा शोषण स्वर्गीय अटल जी की आत्माओं को कचोटती रहेगी। ¨सह ने कहा कि पारा शिक्षकों ने अपने बाल का मुंडन कराकर उनके प्रति अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्य के 67 हजार पारा शिक्षक उनके वास्तविक वंशज हैं। सरकार से स्थायीकरण व वेतनमान चाहते हैं। इसी कवायद में सरकार की ओर से एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। कहा कि राज्य में स्थापित पूर्ण बहुमत की सरकार ने एक बेहतर नीति नहीं बनायी तो उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के शिक्षा मित्रों की भांति झारखंड के पारा शिक्षक सरकार के खिलाफ सामूहिक बाल मुंडन करेंगे। इसमें राज्य भर की महिला पारा शिक्षिका भी अपने केशों का परित्याग करेंगी।
अटल जी के दशकर्म पर 125 पारा शिक्षकों ने कराया मुंडन
